- प्यारे दोस्तों 'रचनाकार' ई-पत्रिका में 'मजबूर हूं', मृत्यु तय हई है' और 'नशा' यह तीन कविताएं प्रकाशित हो गई है। तीनों कविताएं अलग विषय और अलग पृष्ठभूमि को बयां करती है। पखवाडे की कविता के अंतर्गत विजय वर्मा, जतिन दवे, मोतीलाल और अनंत आलोक के बाद क्रम से मेरी तीनों कविताएं है। आप तक उसकी लिंक पहुंचा रहा हूं। लिंक है - पखवाड़े की कविता
मेरे ब्लॉग पर स्वलिखित हिंदी भाषा की रचनाएं हैं, जिसमें समीक्षात्मक आलेख, लेख,अनुवाद और सृजनात्मक रचनाएं हैं। साथ ही इस ब्लॉग पर ई पत्रिकाओं में प्रकाशित साहित्य के लिंक भी मौजूद है। आप रचनाओं को पढने के लिए दाएं 'रचनाएं' में जाकर मनपसंद विधा को क्लिक करें। सीधे ब्लॉग पर वह रचना या उसकी लिंक आएगी। लिंक पर दुबारा क्लिक करने पर मूल ई-पत्रिका में प्रकाशित रचना तक आप पहुंच सकते हैं।
बुधवार, 25 दिसंबर 2013
तीन कविताएं
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