मंगलवार, 26 मार्च 2013

स्थायित्व हेतु सम्मान दांव पर लगाती 'पिछले पन्ने की औरतें'



पुस्तक समीक्षा - पिछले पन्ने की औरतें

स्थायित्व हेतु सम्मान दांव पर लगाती‘पिछले पन्ने की औरतें’

आगे पढ़ें: रचनाकार: पुस्तक समीक्षा - पिछले पन्ने की औरतें http://www.rachanakar.org/2013/03/blog-post_2280.html#ixzz2OiHBu5GJ

1 टिप्पणी:

संजय भास्‍कर ने कहा…

आकर्षक समीक्षा है .... विजय जी